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Mehr Wintervögel auch in Schleswig-Holstein – Insgesamt rückläufiger Trend
Neumünster, 12. Februar 2018 – Nach den sehr niedrigen Zahlen im vergangenen Winter haben sich in diesem Jahr wieder mehr Wintervögel in Schleswig-Holsteins Gärten und Parks eingefunden. Das hat die große Zählaktion Stunde der Wintervögel ergeben, deren Endergebnis an diesem Montag vorgestellt wurde. In Schleswig-Holstein haben sich über 6.800 Vogelfreunde an der Aktion beteiligt und insgesamt 174.611 Vögel gezählt – rd. 50.000 mehr als im letzten Jahr. Bundesweit zählten über 136.000 Vogelfreunde mehr als 3,5 Millionen Vögel.
„Im vergangenen Winter haben die schleswig-holsteinische TeilnehmerInnen deutlich weniger Vögel pro Garten gemeldet als im Schnitt der Jahre zuvor. Zum Glück hat sich dieses betrübliche Ergebnis in diesem Jahr nicht wiederholt,“ erklärt Ingo Ludwichowski, Ornithologe des NABU Schleswig-Holstein. 2018 wurden rund 39 Vögel pro Garten gemeldet, im vergangenen Jahr waren es nur 32 Vögel. 2011 konnten bei der ersten Stunde der Wintervögel dagegen noch 46 Vögel pro Garten notiert werden. „Die höheren Zahlen in diesem Jahr können darum nicht darüber hinwegtäuschen, dass seit Jahren ein kontinuierlicher Abwärtstrend festzustellen ist“, so Ludwichowski. „Der Rückgang häufiger Arten ist in vielen europäischen Ländern ein ernstes Problem und zeigt sich offensichtlich auch bei den Wintergästen in unseren Gärten.“ Seit Beginn der Wintervogelzählungen im Jahr 2011 seien die Gesamtzahlen gemeldeter Vögel um 2,5 Prozent pro Jahr zurückgegangen.
„Überlagert wird dieser langjährige Trend jedoch durch die Auswirkungen jährlich unterschiedlicher Witterungs- und Nahrungsverhältnisse“, so der Biologe Ludwichowski. Grundsätzlich kämen in milderen Wintern, wie den letzten beiden, weniger Vögel in die Gärten, da sie auch außerhalb der Siedlungen noch genug Nahrung fänden. Dennoch fehlten im letzten Jahr viele Meisen und waldbewohnende Finkenarten, während sie in diesem Winter wieder in gewohnter Anzahl gesichtet wurden. „Erklären lässt sich dies vermutlich durch das von Jahr zu Jahr sehr unterschiedliche Angebot an Baumsamen in den Wäldern – nicht nur bei uns, sondern auch in den Herkunftsgebieten dieser Vögel in Nord- und Osteuropa. Je weniger Samen, desto größer der Zuzug von Vögeln aus diesen Regionen zu uns und desto eher nehmen diese Vögel naturnahe Gärten und Vogelfütterungen dankbar an“, so Ludwichowski.
In der Rangliste der häufigsten Wintervögel haben sich bundesweit Kohl- und Blaumeise den zweiten und dritten Platz hinter dem Haussperling zurückerobert. Hauben- und Tannenmeisen kamen im Vergleich zu 2017 sogar doppelt bis dreimal so häufig in die Gärten. Auch andere typische Waldvögel, wie Kleiber, Gimpel, Buntspecht und Eichelhäher wurden häufiger gemeldet. „Unsere größte Finkenart, der Kernbeißer, wurde besonders oft beobachtet“, sagt Ludwichowski. In Schleswig-Holstein sind Haus- und Feldsperlinge auf dem ersten und zweiten Platz. Die Amsel rutscht vom zweiten auf den dritten Platz ab und hat in den Top Ten der häufigsten Wintervögel zusammen mit der Ringeltaube am stärksten verloren. Kohl- und Blaumeise sind in Schleswig-Holstein auf Platz 4 und 5. Hier wartet der riesige Datenschatz der Stunde der Wintervögel noch auf eine genauere Analyse.
Weitere Infos zur Aktion
Der NABU ruft einmal im Jahr zur „Stunde der Wintervögel“ bzw. „Stunde der Gartenvögel“ auf. Es ist Deutschlands größte wissenschaftliche Mitmach-Aktion. Die nächste „Stunde der Gartenvögel“ findet von Vatertag bis Muttertag vom 10. bis 13. Mai 2018 statt. Dann werden die heimischen Brutvögel im Siedlungsraum erfasst. Je mehr Menschen an der Aktion teilnehmen, desto genauer werden die Ergebnisse. Die Meldungen werden auf www.stundederwintervoegel.de bis auf Bundesland- und Kreisebene ausgewertet.
Für Rückfragen
Ingo Ludwichowski
Mobil: 0160-96230512
In Bundesland Schleswig-Holstein wurden in 4468 Gärten 174611 Vögel gezählt. 6848 Vogelfreunde haben dort folgende Beobachtungen gemacht:
Rang | Vogelart | Anzahl | % der Gärten |
Vögel pro Garten |
Vergleich zum Vorjahr (Vögel pro Garten) |
Vergleich zum Vorjahr (Trend) |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | Haussperling | 26687 | 59,62% | 5,97 | + 0,08 | + 1% |
2 | Feldsperling | 22031 | 55,21% | 4,93 | - 0,11 | - 2% |
3 | Amsel | 18502 | 96,22% | 4,14 | - 0,97 | - 19% |
4 | Kohlmeise | 17085 | 91,54% | 3,82 | + 0,82 | + 27% |
5 | Blaumeise | 14013 | 83,15% | 3,14 | + 0,51 | + 20% |
6 | Buchfink | 7791 | 59,47% | 1,74 | + 0,02 | + 1% |
7 | Grünfink | 6494 | 39,41% | 1,45 | + 0,03 | + 2% |
8 | Rotkehlchen | 4678 | 77,19% | 1,05 | - 0,07 | - 6% |
9 | Ringeltaube | 4492 | 37,13% | 1,01 | - 0,24 | - 20% |
10 | Gimpel | 4366 | 31,92% | 0,98 | + 0,26 | + 37% |
11 | Elster | 4298 | 44,54% | 0,96 | - 0,05 | - 5% |
12 | Saatkrähe | 4088 | 8,01% | 0,92 | + 0,25 | + 37% |
13 | Rabenkrähe | 3429 | 18,4% | 0,77 | - 0,17 | - 18% |
14 | Wacholderdrossel | 3331 | 2,69% | 0,75 | + 0,41 | + 123% |
15 | Schwanzmeise | 3240 | 13,5% | 0,73 | + 0,14 | + 24% |
16 | Buntspecht | 2299 | 37,11% | 0,51 | + 0,09 | + 21% |
17 | Kleiber | 2068 | 27,75% | 0,46 | + 0,15 | + 48% |
18 | Eichelhäher | 1934 | 25,4% | 0,43 | + 0,10 | + 28% |
19 | Nonnengans | 1749 | 0,11% | 0,39 | - 0,60 | - 61% |
20 | Stieglitz | 1705 | 8,03% | 0,38 | + 0,21 | + 119% |
21 | Zaunkönig | 1684 | 29,41% | 0,38 | - 0,02 | - 5% |
22 | Türkentaube | 1583 | 12,15% | 0,35 | - 0,01 | - 4% |
23 | Dohle | 1580 | 5,77% | 0,35 | - 0,02 | - 4% |
24 | Erlenzeisig | 1343 | 7,36% | 0,30 | + 0,03 | + 12% |
25 | Sumpfmeise | 1158 | 12,71% | 0,26 | + 0,02 | + 10% |
26 | Tannenmeise | 1124 | 12,11% | 0,25 | + 0,08 | + 46% |
27 | Kernbeißer | 1070 | 14,19% | 0,24 | + 0,12 | + 99% |
28 | Graugans | 1033 | 1,01% | 0,23 | + 0,11 | + 87% |
29 | Kanadagans | 780 | 0,4% | 0,17 | - 0,09 | - 33% |
30 | Heckenbraunelle | 715 | 10,52% | 0,16 | - 0,01 | - 5% |
31 | Star | 652 | 1,1% | 0,15 | + 0,08 | + 125% |
32 | Bergfink | 592 | 3,76% | 0,13 | - 0,07 | - 34% |
33 | Blässgans | 540 | 0,07% | 0,12 | + 0,11 | + 1186% |
34 | Straßentaube | 539 | 3,96% | 0,12 | - 0,02 | - 15% |
35 | Weidenmeise | 531 | 5,21% | 0,12 | + 0,06 | + 87% |
36 | Birkenzeisig | 494 | 0,87% | 0,11 | + 0,11 | + 3060% |
37 | Jagdfasan | 441 | 3,16% | 0,10 | + 0,01 | + 14% |
38 | Haubenmeise | 353 | 3,89% | 0,08 | + 0,04 | + 81% |
39 | Goldammer | 347 | 2,75% | 0,08 | - 0,07 | - 48% |
40 | Singdrossel | 298 | 2,53% | 0,07 | 0,00 | + 3% |
41 | Kolkrabe | 287 | 2,53% | 0,06 | - 0,02 | - 27% |
42 | Lachmöwe | 282 | 0,83% | 0,06 | - 0,07 | - 51% |
43 | Mäusebussard | 280 | 4,34% | 0,06 | + 0,01 | + 11% |
44 | Sperber | 274 | 5,73% | 0,06 | - 0,01 | - 14% |
45 | Stockente | 201 | 0,67% | 0,05 | - 0,09 | - 67% |
46 | Wintergoldhähnchen | 168 | 1,77% | 0,04 | - 0,02 | - 35% |
47 | Silbermöwe | 162 | 0,98% | 0,04 | - 0,03 | - 41% |
48 | Nebelkrähe | 150 | 1,12% | 0,03 | - 0,02 | - 41% |
49 | Kranich | 126 | 0,58% | 0,03 | - 0,03 | - 51% |
50 | Gartenbaumläufer | 86 | 1,41% | 0,02 | + 0,01 | + 39% |
51 | Rotdrossel | 85 | 0,29% | 0,02 | + 0,02 | + 443% |
52 | Mönchsgrasmücke | 83 | 1,21% | 0,02 | + 0,01 | + 135% |
53 | Grünspecht | 79 | 1,57% | 0,02 | 0,00 | + 6% |
54 | Graureiher | 78 | 1,37% | 0,02 | - 0,01 | - 41% |
55 | Misteldrossel | 78 | 0,51% | 0,02 | 0,00 | - 7% |
56 | Höckerschwan | 68 | 0,34% | 0,02 | 0,00 | + 15% |
57 | Turmfalke | 67 | 1,28% | 0,02 | 0,00 | + 36% |
58 | Bachstelze | 64 | 0,63% | 0,01 | 0,00 | + 16% |
59 | Zilpzalp | 63 | 0,81% | 0,01 | 0,00 | + 4% |
60 | Blässhuhn | 63 | 0,09% | 0,01 | + 0,01 | + 124% |
61 | Silberreiher | 57 | 0,34% | 0,01 | 0,00 | + 31% |
62 | Fichtenkreuzschnabel | 56 | 0,25% | 0,01 | + 0,01 | + 1289% |
63 | Hausrotschwanz | 55 | 0,76% | 0,01 | 0,00 | + 18% |
64 | Gänsesäger | 51 | 0,2% | 0,01 | + 0,01 | + 3700% |
65 | Mittelspecht | 48 | 0,9% | 0,01 | 0,00 | - 25% |
66 | Kormoran | 48 | 0,4% | 0,01 | - 0,01 | - 51% |
67 | Eisvogel | 46 | 0,85% | 0,01 | 0,00 | + 21% |
68 | Sturmmöwe | 34 | 0,34% | 0,01 | - 0,02 | - 67% |
69 | Teichhuhn | 31 | 0,22% | 0,01 | 0,00 | + 146% |
70 | Bluthänfling | 25 | 0,34% | 0,01 | 0,00 | - 7% |
71 | Ringelgans | 25 | 0,02% | 0,01 | - 0,02 | - 74% |
72 | Singschwan | 23 | 0,11% | 0,01 | - 0,01 | - 69% |
73 | Waldkauz | 22 | 0,31% | 0,00 | 0,00 | + 58% |
74 | Seidenschwanz | 21 | 0,2% | 0,00 | - 0,04 | - 88% |
75 | Reiherente | 18 | 0,04% | 0,00 | - | 0 |
76 | Waldohreule | 17 | 0,18% | 0,00 | 0,00 | 0% |
77 | Seeadler | 14 | 0,18% | 0,00 | 0,00 | + 41% |
78 | Habicht | 14 | 0,29% | 0,00 | 0,00 | - 18% |
79 | Waldbaumläufer | 12 | 0,2% | 0,00 | 0,00 | + 23% |
80 | Schellente | 12 | 0,07% | 0,00 | 0,00 | + 200% |
81 | Schwarzspecht | 9 | 0,16% | 0,00 | 0,00 | + 5% |
82 | Grauspecht | 9 | 0,09% | 0,00 | 0,00 | + 122% |
83 | Uhu | 8 | 0,11% | 0,00 | - | 0 |
84 | Nilgans | 8 | 0,07% | 0,00 | 0,00 | - 18% |
85 | Girlitz | 7 | 0,07% | 0,00 | - 0,02 | - 90% |
86 | Eiderente | 6 | 0,02% | 0,00 | - | 0 |
87 | Gebirgsstelze | 6 | 0,07% | 0,00 | 0,00 | + 44% |
88 | Rotmilan | 6 | 0,11% | 0,00 | 0,00 | + 117% |
89 | Feldlerche | 5 | 0,04% | 0,00 | - | 0 |
90 | Hohltaube | 5 | 0,07% | 0,00 | 0,00 | + 22% |
91 | Kleinspecht | 4 | 0,04% | 0,00 | 0,00 | + 200% |
92 | Tannenhäher | 3 | 0,04% | 0,00 | 0,00 | - 56% |
93 | Schleiereule | 3 | 0,07% | 0,00 | - | 0 |
94 | Blaukehlchen | 3 | 0,02% | 0,00 | 0,00 | - 46% |
95 | Mantelmöwe | 3 | 0,02% | 0,00 | 0,00 | + 133% |
96 | Merlin | 3 | 0,04% | 0,00 | 0,00 | - 22% |
97 | Rebhuhn | 2 | 0,02% | 0,00 | 0,00 | - 86% |
98 | Wanderfalke | 2 | 0,04% | 0,00 | - | 0 |
99 | Brachvogel | 2 | 0,02% | 0,00 | - 0,01 | - 96% |
100 | Ringdrossel | 1 | 0,02% | 0,00 | - | 0 |
101 | Weißstorch | 1 | 0,02% | 0,00 | 0,00 | - 85% |
102 | Raubwürger | 1 | 0,02% | 0,00 | 0,00 | - 33% |
103 | Steinkauz | 1 | 0,02% | 0,00 | 0,00 | - 33% |
104 | Dreizehenmöwe | 1 | 0,02% | 0,00 | - | 0 |
105 | Haubentaucher | 1 | 0,02% | 0,00 | - | 0 |
106 | Kiebitz | 1 | 0,02% | 0,00 | - | 0 |